Sunday 22 May 2016

मोहब्बत..

कभी ज़िन्दगी का नाम है मोहब्बत
कभी मौत का पैग़ाम है मोहब्बत

कभी मोहब्बत से मिलती है ख़ुशी
कभी ग़म की शाम है मोहब्बत

कभी आंसुओं का रेला है मोहब्बत
कभी हंसी का जाम है मोहब्बत

कभी है है मोहब्बत दिल की जलन
कभी दिल का अरमान है मोहब्बत

कभी मोहब्बत है मिलान का रूप
कभी तन्हाई की तरह बेनाम है मोहब्बत

कभी मोहब्बत शहनाईयों की घड़ी
कभी रुसवाई का अंजाम है मोहब्बत

कभी मोहब्बत से है ज़माने में इज्जत
कभी बेशर्मी का इल्जाम है मोहब्बत

     कभी मोहब्बत है बेनाम ज़िन्दगी
कभी ज़िन्दगी कहती है मेरा नाम है मोहब्बत।।

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