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Wednesday 13 July 2016

बरसात का पहला पानी।।

किसने भीगे हुये बालों से ये झटका पानी
झूम के आई घटा, टूट के बरसा पानी

कोई मतवाली घटा पी के जवानी की उमंग
दिल बहा ले गया बरसात का पहला पानी।।


ये बरसात

ये बरसात मुझसे कुछ कह गई
आज फिर मेरी बाहों में उसकी कमी रह गई

इक पल के लिए उसे छुआ मैंने
और
आज फिर उसकी याद बारिश की तरह पानी में बह गई..

Sunday 26 June 2016

काश कोई ऐसी बारिश हो

जब भी बारिश होती है और मेरी ऑंखें देखती हैं
बारिश में धुलती चीज़ों को तो मेरा दिल तड़प कर सोंचता है

ऐ खुदा !

काश कोई ऐसी बारिश हो जिसमें धूल जाएँ दिलों के मैल
और हर चेहरा फिर से निखरा-निखरा हो जाये।।

Monday 23 May 2016

हम तो आइने की तरह..

वो जिनका प्यार था नज़रों की क़ायनात कभी
करीब आ कर वो ही दिल का शहर लूट गए

कहाँ कहाँ से समेटेगा वो हमें मोहसिन
के हम तो आइने की तरह  टूट फूट गए..

तेरे चेहरे पे मेरी ऑंखें..

तेरे चेहरे पे मेरी ऑंखें सफर करती हैं
चाँद के पहलु में जैसे रातें सफर करती हैं

मैं तुझे और क्या वफ़ा का सिला दूँ
तेरे सीने में मेरी सांसें सफर करी हैं..

ऐ दोस्त..

तु गलती से भी कन्धा न देना
मेरे जनाज़े को ऐ दोस्त

कही फिर ज़िन्दा न हो जाऊँ
तेरा सहारा देख कर..

Sunday 22 May 2016

जब तक..

मोहब्बत करने वालों को इन्कार अच्छा नहीं लगता
दुनिया वालों को ये इक़रार अच्छा नहीं लगता

जब तक लड़का-लड़की भाग न जाएँ
मोहल्ले वालों को प्यार सच्चा नहीं लगता।।

चुभन दे गया..

एक दिन मेरे दिल को जलन दे गया
ज़िन्दगी मुझे जीने का कफ़न दे गया

लाखों फूलों में से एक फूल चूना हमने
जो काँटों से गहरी चुभन दे गया..

Tuesday 17 May 2016

इंतज़ार...

शर्मिंदा हूँ इन फूलों से
जिनको तेरे लिए टहनी से जुदा किया

और वो मेरे हाथों में ही सूख गए
तेरा इंतज़ार करते करते।।

मुझे तो ख़ैर..

वफ़ा में अब ये हुनर इख़्तियार करना है
वो सच कहे ना कहे ऐतबार करना है

ये तुझको जागते रहने का शौक़ कबसे हुआ?
मुझे तो ख़ैर तेरा इंतज़ार करना है..

Thursday 12 May 2016

हिचकियाँ..

कहाँ से आती हैं ये हिचकियाँ
ना जाने कौन फरियाद करता है

खुदा हमेशा सलामत रखे उसको
जो हमें अपने दिल से याद करता है..

अपना वो जो..

तुम्हारे अपनेपन पर नाज़ है हमें
कल था जितना भरोसा उतना आज है हमें

अपना वो नहीं जो ख़ुशी में साथ दे
अपना वो जो हर पल अपनेपन का एहसास दे..

ऐसी भी बेरुखी

ऐसी भी बेरुखी देखी है हमने
के लोग....

आप से तुम, तुम से जान
जान से अंजान हो जाते हैं..




Wednesday 11 May 2016

उस हसींन चेहरे की..

उस हसींन चेहरे की क्या बात है
हर दिल अज़ीज़, कुछ ऐसी उसमे बात है

है कुछ ऐसी कशिश उस चेहरे में
के इक झलक के लिए सारी दुनिया बेताब है..

झुकी-झुकी नज़रों से..

झुकी-झुकी नज़रों से इजहार कर गया कोई
खुद से हमें बेग़ाना कर गया कोई

वैसे तो कुछ भी नहीं कहा होंठों से पर
आँखों से दिल के लफ्ज़ बयाँ कर गया कोई..

Tuesday 10 May 2016

तुम हसीन हो..

तुम हसीन हो गुलाब जैसी हो
बहोत नाजुक हो ख्वाब जैसी हो

होंठों से लगाकर पी जाऊं तुम्हें
सर से पाँव तक शराब जैसी हो..

Monday 9 May 2016

अगर..

करिश्मा कुदरत का अगर अजीब न होता
क़सम से कोई ग़रीब न होता

अगर पैसे से बिकती मोहब्बत तो
ग़रीब को प्यार कभी नसीब न होता।।

एक लड़की..

एक लड़की सुन्दर कोमल सी
जो खुद को बारिश कहती है

हर मौसम उसका मौसम है
वो मुझपे बरसा करती है..

देखा जायेगा..

जब मोहब्बत बेहिसाब की,
तो ज़ख्मों का हिसाब क्या करना

अक़्ल कहती है कि मारा जायेगा,
ईश्क़ कहता है कि देखा जायेगा।।

मोहब्बत और आदत..

बात मोहब्बत की नहीं आदत की थी
मुझे उसकी आदत हो गई थी

और आदत बअज़ दफा मोहब्बत से भी
ज़्यादा जानलेवा साबित होती है..